Tuesday 30 October 2012

नेताजी अस्त्र !

आजकल लोगों का हाज़मा बड़ा ही ज़बर्दस्त हो गया है | एक ही इंसान ना जाने क्या-क्या खा जाता है, डकार लेता भी हो तो सुनाई नहीं देती | सुनाई देती भी हो तो उसपर ऐतराज़ करने वाला कोई नहीं | सोचकर ताज्जुब होता है की लोग इतना कैसे खा सकते हैं |

हमसे तो 5 रोटी से ज़्यादा ना खाई जाती | सामने एक से ज़्यादा सब्ज़ियाँ परोस दी जियें तो कन्फ्यूज़न में आ जाते हैं, किसे खायें ? सुना है नेता लोग 7000 की थाली खाते हैं | वैसे थाली तो कोई खा नहीं सकता है सिर्फ़ उसमें परोसा खाना ही खा सकते हैं | लेकिन जनाब नेता वो चीज़ है जो कुछ भी खा जाता है | बाँध खा जाता है, कोयला खा जाता है, और कमाल है जी आजकल तो ज़मीन भी खा जाता है | थाली की तो औकात ही क्या !

लोग कहते हैं की हमारी टेक्नालजी इतनी अच्छी नहीं | अमेरिका को देखो, इंग्लेंड को देखो... उनके टेंक, उनकी बंदूकें, उनके लड़ाकू विमान | अजी क्या औकात इन सब चीज़ों की, इन्‍हें तो एक नेता ही खा जाये | डकार भी ना ले | ज़रा एक नेता तो गिराओ शत्रु देश पर .. उसको समूचा ना खा जाये तो कहना | ट्राइड एंड टेस्टेड टेक्नालजी, फुल्ली मेड इन इंडिया | पता नहीं हमारे यहाँ के नेताओं का टॅलेंट एक हथियार के रूप में कब इस्तेमाल होगा? न्यूक्लियर वेपन और केमिकल वेपन के बाद सारी दुनिया में पोलिटिकल वेपन के तौर पर हमारे नेता धमाका ना कर दें तो कहना |

मीडियम रेंज के लिये कलमाड़ी अस्त्र, कनिमोझी अस्त्र और मॅग्ज़िमम रेंज के लिये मनमोहन अस्त्र | ज़रा शोध तो शुरु हो | पता नहीं ऐसे कितने अस्त्र सामने आयेंगे | अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में इनकी कीमत का अंदाज़ा लगाना ही नामुमकिन है | 5 साल की लीज़ पर चाहे जिस देश को दे दो |

आजकल एक नया अस्त्र सामने आ रहा है | सरकारी नहीं है लेकिन प्राइवेट्ली डेवेलप किया हुआ है | कोडेनेम है, जीजाजी अस्त्र - अत्यंत गोपनीय - लेकिन क्या कमाल करता है जी, ये तो ज़मीन भी खा जाता है |

आशा करता हूँ की हमारा देश, नेताओं के टॅलेंट को पहचानेगा और नित नये सामने आने वाले नेता रूपी अस्त्रों का उपयोग शत्रु राष्ट्रों पर कर अपनी अद्वितीय शक्ति का परिचय देगा |

माताजी अस्त्र के सफल परीक्षण की प्रतीक्षा में |

सिन्सियर्ली यूअर्स
Pawan Tyagi

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